शुक्रवार, 19 मार्च 2010

पूना

दुर्गा पूजा. मैं पण्डितजी के लिये चन्दन घिस रहा था, सो मेरी पीठ ही दिख रही है.
कुछ दोस्त बने और पार्टी यहाँ भी शुरु- बस कोई बहाना चाहिये.

पूना का स्वीमिंग पूल. अगस्त' 88 में तैराकी कैम्प में यहाँ आया था. जनवरी' 89 तक यहाँ रहा. फिर कानपुर चला गया. कानपुर कई बार जाना हुआ- महीनों वहाँ रहा.

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